साल का अंतिम सूर्यग्रहण गुरुवार को सुबह 8:10 बजे से शुरू होगा। ग्रहण का मोक्ष प्रात: 10:51 बजे होगा। ग्रहण से पूर्व बुधवार को रात्रि 8:10 बजे सूतक शुरू हो गया। इससे पूर्व मंदिरों में संध्याकालीन आरती हुई। इसके बाद भगवान के कपाट भक्तों के दर्शनार्थ बंद हो गए। कपाट गुरुवार को ग्रहण समाप्ति पश्चात सफाई कार्य के बाद खुलेंगे।
गुरुवार को लगने वाले इस ग्रहण के साथ पंचग्रह युति योग धनु राशि में रहेगा। मूल नक्षत्र व धनु राशि में होने वाले इस ग्रहण का प्रभाव मूल नक्षत्र व धनु राशि के लिए अच्छा नहीं होगा। ग्रहण की अवधि 2 घंटे 41 मिनट तक रहेगी। भारत के अलावा इस ग्रहण को एशिया के कुछ देश, अफ्रीका और आस्ट्रेलिया में भी देखा जा सकेगा। पंडित रमेश भोजराज द्विवेदी के अनुसार इस दौरान पंचग्रह युति में सूर्य, शनि, गुरु, बुध व केतु की युति रहने से देश-दुनिया पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ निषेध, मन में ईष्टदेव की आराधना करें
आज सुबह 8:10 बजे शुरू होगा सूर्यग्रहण, 10:51 पर होगा मोक्ष, मूल नक्षत्र और धनु राशि के लिए प्रभाव अच्छा नहीं रहेगा